Pooja Details
Mahamrityunjay Jaap / महामृत्युंजय जाप
महामृत्युंजय जाप सभी प्रकार के कष्टों से निवारण के लिए किया जाता है | मंत्र के जप करने से असाध्य रोग से पीड़ित व्यक्ति को रोग से छुटकारा मिलता है |
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ !!
यदि कोई ऐसा बीमार व्यक्ति जो असहनीय पीड़ा झेल रहा हो और जीवन और मृत्यु के बीच में दिखाई देने लगे | ऐसे में उस व्यक्ति के नाम से किसी विद्वान पंडित द्वारा महा मृत्युंजय मंत्र के सवा लाख जाप करवाने से सम्भावना है कि उसकी पीड़ा शांत हो जाये नहीं तो पीड़ित व्यक्ति अपनी पीड़ा से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त होता है, इस मंत्र के नियमित जाप और श्रवण मात्र से मनुष्य को सभी प्रकार से भय , रोग, दोष और पाप आदि से मुक्ति मिलती है | ऐसा व्यक्ति सभी सांसारिक सुखों को प्राप्त करता है और अंत में मोक्ष को प्राप्त होता है |
१. जाप का संकल्प ( जितने भी जाप, आप करवाना चाहे )
२. महामृत्युंजय मंत्र का जाप - पंडित जी द्वारा मंदिर में
३. हवन - जाप के समाप्ति
४. प्रसाद
हमारे पंडित जी द्वारा न्यूनतम ११,००० पाठ किये जाते है, जिसका शुल्क आप हमे फ़ोन करके पता कर सकते है |
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- Pooja Samagri
शास्त्रों के अनुसार इस मंत्र के सवा लाख जप करने से भयंकर से भयंकर बीमारी या पीड़ा से छुटकारा मिलता है |
आप अपने सामर्थ्य अनुसार पहले दिन ही जप की संख्या का संकल्प लेकर शुरू करें , इसमें आप 11000 , 21000 या आप अपने सामर्थ्य के अनुसार जप संख्या सुनिश्चित करें | पहले दिन आप जितनी माला का जाप करते है प्रतिदिन उतनी ही माला का जाप करें | इसमें आप माला के जाप की संख्या बढ़ा सकते है किन्तु कम कदापि न करें
महामृत्युंजय मंत्र का जाप कोई भी व्यक्ति द्वारा स्वयं भी किये जा सकते है , काफी समय ऐसा होता है की हमारे पास समय का आभाव या स्वस्थ ठीक नहीं होने की दशा में सम्पूर्ण विधि द्वारा जप करने के लिए आप हमसे ( ) भी संपर्क कर सकते है |
हमारे पंडित जी द्वारा आपके लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप नियम श्रद्धा पूर्वक, शिव मंदिर मैं भगवन के समक्ष बैठ कर सम्पूर्ण किया जावेगा |
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